हवा से नहीं, उससे पूछो : वह शब्दों से अब तक अदृश्य क्यों रही? शब्दों से नहीं, उससे जानो : वह शब्दों की पकड़ में क्यों नहीं आती? मौन से नहीं, उससे पता करो : उसका ठिकाना आवाजों से दूर कितना दूर और कहाँ है?
हिंदी समय में अशोक वाजपेयी की रचनाएँ
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कविताएँ